by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 31, 2017 ज़िंदगी हो या कुछ और.. ज़िंदगी हो या कुछ और.. संभालने का हुनर ही तो मायने रखता है !!