by pyarishayri - जिंदगी शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, हिंदी शायरी - July 9, 2015 महक उतनी ही बिखरी इलाईची के दानों सा, मुक़द्दर है अपना…! महक उतनी ही बिखरी … जितने पीसे गए