नज़र उसकी चुभती है दिल में कटार की तरह
तड़प कर रह जाता हूँ मैं किसी लाचार की तरह
उसकी मुलाकात दिल को बड़ा सुकून देती है
उससे मिल कर दिन गुज़रता है त्योहार की तरह|
by pyarishayri - जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, दोस्ती शायरी, प्यार शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी -