by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 20, 2017 चल अब मेरी चल अब मेरी साँस की जमानत रखा ले तू शायद इस तहर में बन जाऊ तेरे एतबार के काबिल.