by pyarishayri - लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 1, 2017 ख़याल था कि ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे|