by pyarishayri - बचपन शायरी, लव शायरी, हिंदी शायरी - July 4, 2015 काश कि तुजे बचपन मे ही माँग लेते काश कि तुजे बचपन मे ही माँग लेते, हर चिज मील जाती थी दो आँसू बहाने से!