by pyarishayri - गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी - November 27, 2015 आपकी गर्दन पर लिपटी आपके आपकी गर्दन पर लिपटी आपके बच्चों की बाहों से कीमती, जेवर आप कभी नहीं पा सकते..!!!